पत्रकार पर फर्जी मुकदमे को लेकर यूपी श्रमजीवी पत्रकार एशोसिएशन ने दिया जिलाधिकारी को ज्ञापन

 






सीतापुर। यूपी श्रमजीवी पत्रकार एशोसिएशन ने आज अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ जिलाधिकारी सीतापुर को सम्बोधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट सीतापुर अमृता सिंह को सौंपा। ज्ञापन में संदना थाना क्षेत्र अंतर्गत पत्रकार विनोद चौधरी द्वारा अवैध रूप से संचालित आरा मशीन का वीडियो बनाने को लेकर दबंगों द्वारा बंधक बनाकर घूस लेने का फर्जी वीडियो बनाकर वायरल करने व मारपीट करने स्वयं दबंगों द्वारा संदना थाने में मुकदमा दर्ज कराने को लेकर यूपी श्रमजीवी पत्रकार एशोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशिकांत शुक्ला की अगुवाई में एक ज्ञापन दिया गया। श्री शुक्ल ने बताया पुलिस द्वारा अभी तक दबंगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई । उल्टे पत्रकार पर ही मुकदमा पंजीकृत कर दिया। पीड़ित पत्रकार ने थाना संदना व क्षेत्राधिकारी मिश्रिख व पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर   न्याय की गुहार लगाई  है परन्तु अभी तक पीड़ित पत्रकार की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत नहीं

किया। यह सदना पुलिस की हठवादिता कही जाय। या दबंगों की गुटबाजी जिसके चलते अभी तक रिपोर्ट पंजीकृत नहीं की गयी

 दबंगों का कहना है कि  थाना अटरिया,सिधौली, संदना की हम पुलिस को हमेशा खिलाते पिलाते हैं बात यहीं तक सीमित नहीं दबंगों ने यहां तक भी कह डाला  कि हमारे घर सिविल कोर्ट के जज भी आते हैं और वर्तमान शासन के कई मंत्री हमारे संपर्क में रहते हैं जिला अधिकारी  व पुलिस अधीक्षक से मिलने हम लोग महीने में एक बार जाते हैं इतना कहते हुए पत्रकार को धमकाया कि कहीं कार्रवाई करोगे तो तुम्हारे परिवार को और तुमको गोली मार कर खत्म कर देंगे पीड़ित पत्रकार ने इस घटना की तहरीर थानाध्यक्ष  संदना व क्षेत्राधिकारी मिश्रिख व पुलिस अधीक्षक सीतापुर को प्रार्थना पत्र देकर  न्याय की गुहार लगाई थी लेकिन थाना सदना पुलिस द्वारा पत्रकार पर ही मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया लेकिन पत्रकार द्वारा प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी अभी तक दबंगों पर  कोई कार्यवाही पुलिस प्रशासन द्वारा नहीं की गई  जिससे यह साबित होता है  की दबंगों ने जो कहा कहा था कि पुलिस हमारे खिलाफ कुछ नहीं कर सकती वह बात सच साबित होती नजर आ रही है  यह पत्रकारों पर हमला या उत्पीड़न कोई पहला वाकया नही है छ माह के अंदर दर्जनों केस इस तरह के सामने आए है की न्यूज़ कवरेज के दौरान पत्रकार दबंगों की प्रताड़ना के शिकार हुए है लेकिन शासन प्रशासन इस पर संज्ञान नहीं ले रहा है जिससे पत्रकारों में रोष व्याप्त है । यूपी श्रमजीवी पत्रकार एशोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शशिकांत शुक्ला ने बताया कि पत्रकार को न्याय न मिला तो  सभी पत्रकार अनशन पर बैठने के लिए बाध्य होंगे अब देखना यह है की पुलिस प्रशासन पत्रकारों के सम्मान व स्वाभिमान की रक्षा करते हुए दबंगों पर कोई कार्यवाही करती है या मामले को यूंही ठंडे बस्ते में डाल देती है । उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक सीतापुर घुले शुशील चन्द्रभान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रकरण की जांच क्षेत्राधिकारी मिश्रिख कर रहे हैं। परन्तु अब इसकी जांच क्षेत्राधिकारी बिसवां से करवाकर तत्काल कार्यवाही की जाएगी। इस अवसर पर यूपी सरकार श्रमजीवी पत्रकार एशोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश कश्यप सचिव सुनील कुमार जिला अध्यक्ष विनोद चौधरी, शिवराज गौतम, अनीता, अनूप मिश्रा, वरुण यादव, सहित अनेक पत्रकार व पदाधिकारी उपस्थित थे

Comments